रामायणम् — 3.36.21
Original
Segmented
हर्म्य-प्रासाद-सम्बाधाम् नाना रत्न-विभूषिताम् द्रक्ष्यसि त्वम् पुरीम् लङ्काम् विनष्टाम् मैथिली-कृते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हर्म्य | हर्म्य | pos=n,comp=y |
प्रासाद | प्रासाद | pos=n,comp=y |
सम्बाधाम् | सम्बाध | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नाना | नाना | pos=i |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
विभूषिताम् | विभूषय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
द्रक्ष्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पुरीम् | पुरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
लङ्काम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विनष्टाम् | विनश् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
मैथिली | मैथिली | pos=n,comp=y |
कृते | कृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |