रामायणम् — 3.36.1
Original
Segmented
कदाचिद् अप्य् अहम् वीर्यात् पर्यटन् पृथिवीम् इमाम् बलम् नाग-सहस्रस्य धारयन् पर्वत-उपमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
अप्य् | अपि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वीर्यात् | वीर्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
पर्यटन् | पर्यट् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
सहस्रस्य | सहस्र | pos=n,g=n,c=6,n=s |
धारयन् | धारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
उपमः | उपम | pos=a,g=m,c=1,n=s |