रामायणम् — 3.34.16
Original
Segmented
अहम् प्राप्तस् त्वद्-समीपम् निशाचर शृणु तत् कर्म साहाय्ये यत् कार्यम् वचनान् मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्राप्तस् | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
समीपम् | समीप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निशाचर | निशाचर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
साहाय्ये | साहाय्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
वचनान् | वचन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |