रामायणम् — 3.34.1
Original
Segmented
मारीच श्रूयताम् तात वचनम् मम भाषतः आर्तो ऽस्मि मम च आर्तस्य भवान् हि परमा गतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मारीच | मारीच | pos=n,g=m,c=8,n=s |
श्रूयताम् | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भाषतः | भाष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
आर्तो | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
आर्तस्य | आर्त | pos=a,g=m,c=6,n=s |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
परमा | परम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |