रामायणम् — 3.33.33
Original
Segmented
स तेन एव प्रहर्षेण द्वि-गुणीकृ-विक्रमः अमृत-आनयन-अर्थम् वै चकार मतिमान् मतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रहर्षेण | प्रहर्ष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
द्वि | द्वि | pos=n,comp=y |
गुणीकृ | गुणीकृ | pos=va,comp=y,f=part |
विक्रमः | विक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अमृत | अमृत | pos=n,comp=y |
आनयन | आनयन | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मतिमान् | मतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |