रामायणम् — 3.33.31
Original
Segmented
तेषाम् दया-अर्थम् गरुडस् ताम् शाखाम् शत-योजनाम् जगाम आदाय वेगेन तौ च उभौ गज-कच्छपौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
दया | दया | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गरुडस् | गरुड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शाखाम् | शाखा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शत | शत | pos=n,comp=y |
योजनाम् | योजन | pos=n,g=f,c=2,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आदाय | आदा | pos=vi |
वेगेन | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
च | च | pos=i |
उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
गज | गज | pos=n,comp=y |
कच्छपौ | कच्छप | pos=n,g=m,c=2,n=d |