रामायणम् — 3.33.21
Original
Segmented
निर्यास-रस-मूलानाम् चन्दनानाम् सहस्रशः वनानि पश्यन् सौम्यानि घ्राण-तृप्ति-करानि च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निर्यास | निर्यास | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
मूलानाम् | मूल | pos=n,g=m,c=6,n=p |
चन्दनानाम् | चन्दन | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |
वनानि | वन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
पश्यन् | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सौम्यानि | सौम्य | pos=a,g=n,c=2,n=p |
घ्राण | घ्राण | pos=n,comp=y |
तृप्ति | तृप्ति | pos=n,comp=y |
करानि | कर | pos=a,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |