रामायणम् — 3.33.1
Original
Segmented
ततः शूर्पणखा-वाक्यम् तच् छ्रुत्वा रोम-हर्षणम् सचिवान् अभ्यनुज्ञाय कार्यम् बुद्ध्वा जगाम ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
शूर्पणखा | शूर्पणखा | pos=n,comp=y |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
छ्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
रोम | रोमन् | pos=n,comp=y |
हर्षणम् | हर्षण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सचिवान् | सचिव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभ्यनुज्ञाय | अभ्यनुज्ञा | pos=vi |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बुद्ध्वा | बुध् | pos=vi |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |