रामायणम् — 3.32.24
Original
Segmented
निशम्य रामेण शरैः अजिह्म-गेभिः हताञ् जनस्थान-गतान् निशाचरान् खरम् च बुद्ध्वा निहतम् च दूषणम् त्वम् अद्य कृत्यम् प्रतिपत्तुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निशम्य | निशामय् | pos=vi |
रामेण | राम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अजिह्म | अजिह्म | pos=a,comp=y |
गेभिः | ग | pos=a,g=m,c=3,n=p |
हताञ् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
जनस्थान | जनस्थान | pos=n,comp=y |
गतान् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
निशाचरान् | निशाचर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
खरम् | खर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
बुद्ध्वा | बुध् | pos=vi |
निहतम् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
दूषणम् | दूषण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
कृत्यम् | कृत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रतिपत्तुम् | प्रतिपद् | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |