रामायणम् — 3.31.17
Original
Segmented
शुष्क-काष्ठैः भवेत् कार्यम् लोष्टैः अपि च पांसुभिः न तु स्थानात् परिभ्रष्टैः कार्यम् स्याद् वसुधा-अधिपैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शुष्क | शुष्क | pos=a,comp=y |
काष्ठैः | काष्ठ | pos=n,g=n,c=3,n=p |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
लोष्टैः | लोष्ट | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
पांसुभिः | पांसु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
स्थानात् | स्थान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
परिभ्रष्टैः | परिभ्रंश् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वसुधा | वसुधा | pos=n,comp=y |
अधिपैः | अधिप | pos=n,g=m,c=3,n=p |