Original

आप्तयज्ञहरं क्रूरं ब्रह्मघ्नं दुष्टचारिणम् ।कर्कशं निरनुक्रोशं प्रजानामहिते रतम् ।रावणं सर्वभूतानां सर्वलोकभयावहम् ॥ २० ॥

Segmented

आप्त-यज्ञ-हरम् क्रूरम् ब्रह्म-घ्नम् दुष्ट-चारिणम् कर्कशम् निरनुक्रोशम् प्रजानाम् अहिते रतम् रावणम् सर्व-भूतानाम् सर्व-लोक-भय-आवहम्

Analysis

Word Lemma Parse
आप्त आप्त pos=n,comp=y
यज्ञ यज्ञ pos=n,comp=y
हरम् हर pos=a,g=m,c=2,n=s
क्रूरम् क्रूर pos=a,g=m,c=2,n=s
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,comp=y
घ्नम् घ्न pos=a,g=m,c=2,n=s
दुष्ट दुष् pos=va,comp=y,f=part
चारिणम् चारिन् pos=a,g=m,c=2,n=s
कर्कशम् कर्कश pos=a,g=m,c=2,n=s
निरनुक्रोशम् निरनुक्रोश pos=a,g=m,c=2,n=s
प्रजानाम् प्रजा pos=n,g=f,c=6,n=p
अहिते अहित pos=n,g=n,c=7,n=s
रतम् रम् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
रावणम् रावण pos=n,g=m,c=2,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
भूतानाम् भूत pos=n,g=n,c=6,n=p
सर्व सर्व pos=n,comp=y
लोक लोक pos=n,comp=y
भय भय pos=n,comp=y
आवहम् आवह pos=a,g=m,c=2,n=s