रामायणम् — 3.29.5
Original
Segmented
नीचस्य क्षुद्र-शीलस्य मिथ्या वृत्तस्य रक्षसः प्राणान् अपहरिष्यामि गरुत्मान् अमृतम् यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नीचस्य | नीच | pos=a,g=n,c=6,n=s |
क्षुद्र | क्षुद्र | pos=a,comp=y |
शीलस्य | शील | pos=n,g=n,c=6,n=s |
मिथ्या | मिथ्या | pos=i |
वृत्तस्य | वृत् | pos=va,g=n,c=6,n=s,f=part |
रक्षसः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपहरिष्यामि | अपहृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
गरुत्मान् | गरुत्मन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |