रामायणम् — 3.29.35
Original
Segmented
तम् दृष्ट्वा शत्रु-हन्तारम् महा-ऋषीणाम् सुख-आवहम् बभूव हृष्टा वैदेही भर्तारम् परिषस्वजे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
हन्तारम् | हन्तृ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषीणाम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
आवहम् | आवह | pos=a,g=m,c=2,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हृष्टा | हृष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
वैदेही | वैदेही | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिषस्वजे | परिष्वज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |