Original

ततः पावकसंकाशं बधाय समरे शरम् ।खरस्य रामो जग्राह ब्रह्मदण्डमिवापरम् ॥ २४ ॥

Segmented

खरस्य रामो जग्राह ब्रह्मदण्डम् इव अपरम्

Analysis

Word Lemma Parse
खरस्य खर pos=n,g=m,c=6,n=s
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
जग्राह ग्रह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
ब्रह्मदण्डम् ब्रह्मदण्ड pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
अपरम् अपर pos=n,g=m,c=2,n=s