रामायणम् — 3.28.5
Original
Segmented
लोभात् पापानि कुर्वाणः कामाद् वा यो न बुध्यते भ्रष्टः पश्यति तस्य अन्तम् ब्राह्मणी करकाद् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोभात् | लोभ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
पापानि | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=p |
कुर्वाणः | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कामाद् | काम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वा | वा | pos=i |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
बुध्यते | बुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भ्रष्टः | भ्रंश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पश्यति | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अन्तम् | अन्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ब्राह्मणी | ब्राह्मणी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
करकाद् | करक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |