रामायणम् — 3.28.24
Original
Segmented
चतुर्दश सहस्राणि राक्षसानाम् हतानि ते त्वद्-विनाशात् करोम्य् अद्य तेषाम् अश्रु-प्रमार्जनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चतुर्दश | चतुर्दशन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
राक्षसानाम् | राक्षस | pos=n,g=m,c=6,n=p |
हतानि | हन् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
विनाशात् | विनाश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
करोम्य् | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अद्य | अद्य | pos=i |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अश्रु | अश्रु | pos=n,comp=y |
प्रमार्जनम् | प्रमार्जन | pos=n,g=n,c=2,n=s |