रामायणम् — 3.26.12
Original
Segmented
अहो विक्रम-शूरस्य राक्षसस्य ईदृशम् बलम् पुष्पैः इव शरैः यस्य ललाटे ऽस्मि परिक्षतः मे अपि प्रतिगृह्णीष्व शरांः चाप-गुण-च्युतान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहो | अहो | pos=i |
विक्रम | विक्रम | pos=n,comp=y |
शूरस्य | शूर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राक्षसस्य | राक्षस | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ईदृशम् | ईदृश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुष्पैः | पुष्प | pos=n,g=n,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ललाटे | ललाट | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
परिक्षतः | परिक्षन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
प्रतिगृह्णीष्व | प्रतिग्रह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
शरांः | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चाप | चाप | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
च्युतान् | च्यु | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |