Original

खरं तु रामाभिमुखं प्रयान्तं वाहिनीपतिः ।राक्षसस्त्रिशिरा नाम संनिपत्येदमब्रवीत् ॥ १ ॥

Segmented

खरम् तु राम-अभिमुखम् प्रयान्तम् वाहिनीपतिः राक्षसस् त्रिशिरा नाम संनिपत्य इदम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
खरम् खर pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
राम राम pos=n,comp=y
अभिमुखम् अभिमुख pos=a,g=m,c=2,n=s
प्रयान्तम् प्रया pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
वाहिनीपतिः वाहिनीपति pos=n,g=m,c=1,n=s
राक्षसस् राक्षस pos=n,g=m,c=1,n=s
त्रिशिरा त्रिशिरस् pos=n,g=m,c=1,n=s
नाम नाम pos=i
संनिपत्य संनिपत् pos=vi
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan