रामायणम् — 3.25.6
Original
Segmented
वज्र-अशनि-सम-स्पर्शम् पर-गोपुर-दारणम् तम् महा-उरग-संकाशम् प्रगृह्य परिघम् रणे दूषणो ऽभ्यपतद् रामम् क्रूर-कर्मा निशाचरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वज्र | वज्र | pos=n,comp=y |
अशनि | अशनि | pos=n,comp=y |
सम | सम | pos=n,comp=y |
स्पर्शम् | स्पर्श | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
गोपुर | गोपुर | pos=n,comp=y |
दारणम् | दारण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
उरग | उरग | pos=n,comp=y |
संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
परिघम् | परिघ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दूषणो | दूषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभ्यपतद् | अभिपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्रूर | क्रूर | pos=a,comp=y |
कर्मा | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निशाचरः | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=s |