रामायणम् — 3.24.5
Original
Segmented
स तेषाम् यातुधानानाम् मध्ये रतो गतः खरः बभूव मध्ये ताराणाम् लोहिताङ्ग इव उदितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
यातुधानानाम् | यातुधान | pos=n,g=m,c=6,n=p |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रतो | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
खरः | खर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ताराणाम् | तारा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
लोहिताङ्ग | लोहिताङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उदितः | उदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |