रामायणम् — 3.24.15
Original
Segmented
ततो रामः सु संक्रुद्धः मण्डली-कृत-कार्मुकः ससर्ज निशितान् बाणाञ् शतशो ऽथ सहस्रशः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
रामः | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
संक्रुद्धः | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मण्डली | मण्डल | pos=n,comp=y |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
कार्मुकः | कार्मुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ससर्ज | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
निशितान् | निशा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
बाणाञ् | बाण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शतशो | शतशस् | pos=i |
ऽथ | अथ | pos=i |
सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |