रामायणम् — 3.22.23
Original
Segmented
न क्वचित् प्राप्त-पूर्वः मे संयुगेषु पराजयः युष्माकम् एतत् प्रत्यक्षम् न अनृतम् कथयाम्य् अहम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
प्राप्त | प्राप् | pos=va,comp=y,f=part |
पूर्वः | पूर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
संयुगेषु | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=p |
पराजयः | पराजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युष्माकम् | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रत्यक्षम् | प्रत्यक्ष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अनृतम् | अनृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कथयाम्य् | कथय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |