Original

न रामं गणये वीर्यान्मानुषं क्षीणजीवितम् ।आत्मा दुश्चरितैः प्राणान्हतो योऽद्य विमोक्ष्यति ॥ ३ ॥

Segmented

न रामम् गणये वीर्यान् मानुषम् क्षीण-जीवितम् आत्मा दुश्चरितैः प्राणान् हतो यो ऽद्य विमोक्ष्यति

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
रामम् राम pos=n,g=m,c=2,n=s
गणये गणय् pos=v,p=1,n=s,l=lat
वीर्यान् वीर्य pos=n,g=n,c=5,n=s
मानुषम् मानुष pos=n,g=m,c=2,n=s
क्षीण क्षि pos=va,comp=y,f=part
जीवितम् जीवित pos=n,g=m,c=2,n=s
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
दुश्चरितैः दुश्चरित pos=n,g=n,c=3,n=p
प्राणान् प्राण pos=n,g=m,c=2,n=p
हतो हन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽद्य अद्य pos=i
विमोक्ष्यति विमुच् pos=v,p=3,n=s,l=lrt