रामायणम् — 3.21.1
Original
Segmented
एवम् आधर्षितः शूरः शूर्पणख्या खरस् तदा उवाच रक्षसाम् मध्ये खरः खरतरम् वचः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
आधर्षितः | आधर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शूर्पणख्या | शूर्पणखा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
खरस् | खर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रक्षसाम् | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
खरः | खर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
खरतरम् | खरतर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |