रामायणम् — 3.2.14
Original
Segmented
तस्य एवम् ब्रुवतो धृष्टम् विराधस्य दुरात्मनः श्रुत्वा स गर्वितम् वाक्यम् संभ्रान्ता जनकात्मजा सीता प्रावेपत उद्वेगात् प्रवाते कदली यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
ब्रुवतो | ब्रू | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
धृष्टम् | धृष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
विराधस्य | विराध | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दुरात्मनः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
स | स | pos=i |
गर्वितम् | गर्वित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संभ्रान्ता | सम्भ्रम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
जनकात्मजा | जनकात्मजा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रावेपत | प्रविप् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
उद्वेगात् | उद्वेग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रवाते | प्रवात | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कदली | कदल | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |