रामायणम् — 3.2.10
Original
Segmented
अङ्गेण आदाय वैदेहीम् अपक्रम्य ततो ऽब्रवीत् युवाम् जटा-चीर-धरौ स भार्यौ क्षीण-जीवितौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अङ्गेण | अङ्ग | pos=n,g=n,c=3,n=s |
आदाय | आदा | pos=vi |
वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपक्रम्य | अपक्रम् | pos=vi |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
युवाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=d |
जटा | जटा | pos=n,comp=y |
चीर | चीर | pos=n,comp=y |
धरौ | धर | pos=a,g=m,c=1,n=d |
स | स | pos=i |
भार्यौ | भार्या | pos=n,g=m,c=1,n=d |
क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
जीवितौ | जीवित | pos=n,g=m,c=1,n=d |