Original

को हि रूपमिदं श्रेष्ठं संत्यज्य वरवर्णिनि ।मानुषेषु वरारोहे कुर्याद्भावं विचक्षणः ॥ १२ ॥

Segmented

को हि रूपम् इदम् श्रेष्ठम् संत्यज्य वरवर्णिनि मानुषेषु वर-आरोहे कुर्याद् भावम् विचक्षणः

Analysis

Word Lemma Parse
को pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रेष्ठम् श्रेष्ठ pos=a,g=n,c=2,n=s
संत्यज्य संत्यज् pos=vi
वरवर्णिनि वरवर्णिनी pos=n,g=f,c=8,n=s
मानुषेषु मानुष pos=n,g=m,c=7,n=p
वर वर pos=a,comp=y
आरोहे आरोह pos=n,g=f,c=8,n=s
कुर्याद् कृ pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
भावम् भाव pos=n,g=m,c=2,n=s
विचक्षणः विचक्षण pos=a,g=m,c=1,n=s