रामायणम् — 3.16.10
Original
Segmented
न्याय-वृत्तम् सु दुर्वृत्ता प्रियम् अप्रिय-दर्शना शरीरज-समाविष्टा राक्षसी रामम् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न्याय | न्याय | pos=n,comp=y |
वृत्तम् | वृत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सु | सु | pos=i |
दुर्वृत्ता | दुर्वृत्त | pos=a,g=f,c=1,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अप्रिय | अप्रिय | pos=a,comp=y |
दर्शना | दर्शन | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शरीरज | शरीरज | pos=n,comp=y |
समाविष्टा | समाविश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
राक्षसी | राक्षसी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |