रामायणम् — 3.15.23
Original
Segmented
तुषार-पतनात् च एव मृदु-त्वात् भास्करस्य च शैत्याद् अग-अग्र-स्थम् अपि प्रायेण रसवज् जलम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तुषार | तुषार | pos=n,comp=y |
पतनात् | पतन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मृदु | मृदु | pos=a,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
भास्करस्य | भास्कर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
शैत्याद् | शैत्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अग | अग | pos=n,comp=y |
अग्र | अग्र | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
प्रायेण | प्रायेण | pos=i |
रसवज् | रसवत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
जलम् | जल | pos=n,g=n,c=1,n=s |