रामायणम् — 3.15.18
Original
Segmented
मयूखैः उपसर्पद्भिः हिम-नीहार-संवृतैः दूरम् अभ्युदितः सूर्यः शशाङ्क इव लक्ष्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मयूखैः | मयूख | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उपसर्पद्भिः | उपसृप् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
हिम | हिम | pos=a,comp=y |
नीहार | नीहार | pos=n,comp=y |
संवृतैः | संवृ | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
दूरम् | दूरम् | pos=i |
अभ्युदितः | अभ्युदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सूर्यः | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शशाङ्क | शशाङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
लक्ष्यते | लक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |