रामायणम् — 3.14.8
Original
Segmented
सु प्रीतः तेन वाक्येन लक्ष्मणस्य महा-द्युतिः विमृशन् रोचयामास देशम् सर्व-गुण-अन्वितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सु | सु | pos=i |
प्रीतः | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वाक्येन | वाक्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
लक्ष्मणस्य | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
द्युतिः | द्युति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विमृशन् | विमृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
रोचयामास | रोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
अन्वितम् | अन्वित | pos=a,g=m,c=2,n=s |