रामायणम् — 3.13.21
Original
Segmented
दश क्रोधवशा राम विजज्ञे ऽप्य् आत्मसम्भवाः मृगीम् च मृगमन्दाम् च हरीम् भद्रमदाम् अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दश | दशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्रोधवशा | क्रोधवशा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विजज्ञे | विजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
आत्मसम्भवाः | आत्मसम्भवा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
मृगीम् | मृगी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
मृगमन्दाम् | मृगमन्दा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
हरीम् | हरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
भद्रमदाम् | भद्रमदा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |