Original

अध्वश्रमेण वां खेदो बाधते प्रचुरश्रमः ।व्यक्तमुत्कण्ठते चापि मैथिली जनकात्मजा ॥ २ ॥

Segmented

अध्व-श्रमेण वाम् खेदो बाधते प्रचुर-श्रमः व्यक्तम् उत्कण्ठते च अपि मैथिली जनकात्मजा

Analysis

Word Lemma Parse
अध्व अध्वन् pos=n,comp=y
श्रमेण श्रम pos=n,g=m,c=3,n=s
वाम् त्वद् pos=n,g=,c=6,n=d
खेदो खेद pos=n,g=m,c=1,n=s
बाधते बाध् pos=v,p=3,n=s,l=lat
प्रचुर प्रचुर pos=a,comp=y
श्रमः श्रम pos=n,g=m,c=1,n=s
व्यक्तम् व्यक्त pos=a,g=n,c=2,n=s
उत्कण्ठते उत्कण्ठ् pos=v,p=3,n=s,l=lat
pos=i
अपि अपि pos=i
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
जनकात्मजा जनकात्मजा pos=n,g=f,c=1,n=s