रामायणम् — 3.12.13
Original
Segmented
इतो द्वि-योजने तात बहु-मूल-फल-उदकः देशो बहु-मृगः श्रीमान् पञ्चवट्य् अभिविश्रुतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इतो | इतस् | pos=i |
द्वि | द्वि | pos=n,comp=y |
योजने | योजन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मूल | मूल | pos=n,comp=y |
फल | फल | pos=n,comp=y |
उदकः | उदक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देशो | देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मृगः | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पञ्चवट्य् | पञ्चवटी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अभिविश्रुतः | अभिविश्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |