रामायणम् — 3.12.10
Original
Segmented
धन्यो ऽस्म्य् अनुगृहीतो ऽस्मि यस्य मे मुनि-पुंगवः गुणैः स भ्रातृ-भार्यस्य वर-दः परितुष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धन्यो | धन्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽस्म्य् | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अनुगृहीतो | अनुग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
पुंगवः | पुंगव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स | स | pos=i |
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
भार्यस्य | भार्या | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वर | वर | pos=n,comp=y |
दः | द | pos=a,g=m,c=1,n=s |
परितुष्यति | परितुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |