रामायणम् — 3.11.4
Original
Segmented
ते वयम् वनम् अति उग्रम् प्रविष्टाः पितृ-शासनात् द्रष्टुम् इच्छामहे सर्वे भगवन्तम् निवेद्यताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अति | अति | pos=i |
उग्रम् | उग्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रविष्टाः | प्रविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
शासनात् | शासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
इच्छामहे | इष् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भगवन्तम् | भगवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
निवेद्यताम् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |