Original

स प्रविश्याश्रमपदं लक्ष्मणो राघवानुजः ।अगस्त्यशिष्यमासाद्य वाक्यमेतदुवाच ह ॥ १ ॥

Segmented

स प्रविश्य आश्रम-पदम् लक्ष्मणो राघव-अनुजः अगस्त्य-शिष्यम् आसाद्य वाक्यम् एतद् उवाच ह

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रविश्य प्रविश् pos=vi
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=2,n=s
लक्ष्मणो लक्ष्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
राघव राघव pos=n,comp=y
अनुजः अनुज pos=n,g=m,c=1,n=s
अगस्त्य अगस्त्य pos=n,comp=y
शिष्यम् शिष्य pos=n,g=m,c=2,n=s
आसाद्य आसादय् pos=vi
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i