Original

एतच्च वनमध्यस्थं कृष्णाभ्रशिखरोपमम् ।पावकस्याश्रमस्थस्य धूमाग्रं संप्रदृश्यते ॥ ४९ ॥

Segmented

एतच् च वन-मध्य-स्थम् कृष्ण-अभ्र-शिखर-उपमम् पावकस्य आश्रम-स्थस्य धूम-अग्रम् सम्प्रदृश्यते

Analysis

Word Lemma Parse
एतच् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
वन वन pos=n,comp=y
मध्य मध्य pos=n,comp=y
स्थम् स्थ pos=a,g=n,c=1,n=s
कृष्ण कृष्ण pos=a,comp=y
अभ्र अभ्र pos=n,comp=y
शिखर शिखर pos=n,comp=y
उपमम् उपम pos=a,g=n,c=1,n=s
पावकस्य पावक pos=n,g=m,c=6,n=s
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
स्थस्य स्थ pos=a,g=m,c=6,n=s
धूम धूम pos=n,comp=y
अग्रम् अग्र pos=n,g=n,c=1,n=s
सम्प्रदृश्यते सम्प्रदृश् pos=v,p=3,n=s,l=lat