रामायणम् — 3.10.38
Original
Segmented
पद्मिन्यो विविधास् तत्र प्रसन्न-सलिलाः शिवाः हंस-कारण्डव-आकृ चक्रवाक-उपशोभय्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पद्मिन्यो | पद्मिनी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
विविधास् | विविध | pos=a,g=f,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
प्रसन्न | प्रसद् | pos=va,comp=y,f=part |
सलिलाः | सलिल | pos=n,g=f,c=1,n=p |
शिवाः | शिव | pos=a,g=f,c=1,n=p |
हंस | हंस | pos=n,comp=y |
कारण्डव | कारण्डव | pos=n,comp=y |
आकृ | आकृ | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
चक्रवाक | चक्रवाक | pos=n,comp=y |
उपशोभय् | उपशोभय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |