रामायणम् — 3.10.25
Original
Segmented
त्रीन् मासान् अष्ट-मासान् च राघवो न्यवसत् सुखम् तथा संवसतस् तस्य मुनीनाम् आश्रमेषु वै
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मासान् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अष्ट | अष्टन् | pos=n,comp=y |
मासान् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
राघवो | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न्यवसत् | निवस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सुखम् | सुखम् | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
संवसतस् | संवस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मुनीनाम् | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
आश्रमेषु | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=p |
वै | वै | pos=i |