Original

प्रविश्य तु महारण्यं दण्डकारण्यमात्मवान् ।ददर्श रामो दुर्धर्षस्तापसाश्रममण्डलम् ॥ १ ॥

Segmented

प्रविश्य तु महा-अरण्यम् दण्डक-अरण्यम् आत्मवान् ददर्श रामो दुर्धर्षस् तापस-आश्रम-मण्डलम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रविश्य प्रविश् pos=vi
तु तु pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
अरण्यम् अरण्य pos=n,g=n,c=2,n=s
दण्डक दण्डक pos=n,comp=y
अरण्यम् अरण्य pos=n,g=n,c=2,n=s
आत्मवान् आत्मवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
दुर्धर्षस् दुर्धर्ष pos=a,g=m,c=1,n=s
तापस तापस pos=n,comp=y
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
मण्डलम् मण्डल pos=n,g=m,c=2,n=s