रामायणम् — 2.95.9
Original
Segmented
वाच्-वज्रम् भरतेन उक्तम् अमनोज्ञम् परंतपः प्रगृह्य बाहू रामो वै पुष्पित-अग्रः यथा द्रुमः वने परशुना कृत्तस् तथा भुवि पपात ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
वज्रम् | वज्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भरतेन | भरत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अमनोज्ञम् | अमनोज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
परंतपः | परंतप | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
बाहू | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=d |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
पुष्पित | पुष्पित | pos=a,comp=y |
अग्रः | अग्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
द्रुमः | द्रुम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
परशुना | परशु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कृत्तस् | कृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
पपात | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |