रामायणम् — 2.95.33
Original
Segmented
ततः पर्ण-कुटी-द्वारम् आसाद्य जगतीपतिः परिजग्राह पाणिभ्याम् उभौ भरत-लक्ष्मणौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
पर्ण | पर्ण | pos=n,comp=y |
कुटी | कुटी | pos=n,comp=y |
द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
जगतीपतिः | जगतीपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परिजग्राह | परिग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पाणिभ्याम् | पाणि | pos=n,g=m,c=3,n=d |
उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
लक्ष्मणौ | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=d |