रामायणम् — 2.94.59
Original
Segmented
कच्चित् स्वादु-कृतम् भोज्यम् एको न अश्नासि राघव कच्चिद् आशंसमानेभ्यो मित्रेभ्यः सम्प्रयच्छसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
स्वादु | स्वादु | pos=a,comp=y |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
भोज्यम् | भोज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अश्नासि | अश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
आशंसमानेभ्यो | आशंस् | pos=va,g=m,c=4,n=p,f=part |
मित्रेभ्यः | मित्र | pos=n,g=m,c=4,n=p |
सम्प्रयच्छसि | सम्प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |