रामायणम् — 2.94.52
Original
Segmented
कच्चिद् गुरूंः च वृद्धांः च तापसान् देवता-अतिथीन् चैत्यांः च सर्वान् सिद्धार्थान् ब्राह्मणांः च नमस्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
गुरूंः | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
वृद्धांः | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
तापसान् | तापस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
देवता | देवता | pos=n,comp=y |
अतिथीन् | अतिथि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चैत्यांः | चैत्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सिद्धार्थान् | सिद्धार्थ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
ब्राह्मणांः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
नमस्यसि | नमस्य् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |