रामायणम् — 2.94.47
Original
Segmented
कच्चिद् आर्यो विशुद्ध-आत्मा आक्षारितः चोर-कर्मणा अपृष्टः शास्त्र-कुशलैः न लोभाद् बध्यते शुचिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
आर्यो | आर्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विशुद्ध | विशुद्ध | pos=a,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आक्षारितः | आक्षारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
चोर | चोर | pos=n,comp=y |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अपृष्टः | अपृष्ट | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
कुशलैः | कुशल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
लोभाद् | लोभ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
बध्यते | बन्ध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शुचिः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=s |