रामायणम् — 2.94.3
Original
Segmented
चिरस्य बत पश्यामि दूराद् भरतम् आगतम् दुष्प्रतीकम् अरण्ये ऽस्मिन् किम् तात वनम् आगतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चिरस्य | चिरस्य | pos=i |
बत | बत | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
दूराद् | दूर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
भरतम् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगतम् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
दुष्प्रतीकम् | दुष्प्रतीक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अरण्ये | अरण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
किम् | किम् | pos=i |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |