रामायणम् — 2.94.18
Original
Segmented
सहस्राण्य् अपि मूर्खाणाम् यद्य् उपास्ते महीपतिः अथवा अपि अयुता एव न अस्ति तेषु सहाय-ता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सहस्राण्य् | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
मूर्खाणाम् | मूर्ख | pos=a,g=m,c=6,n=p |
यद्य् | यदि | pos=i |
उपास्ते | उपास् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
महीपतिः | महीपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अथवा | अथवा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अयुता | अयुत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
एव | एव | pos=i |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सहाय | सहाय | pos=n,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |