Original

स चित्रकूटे तु गिरौ निशाम्य रामाश्रमं पुण्यजनोपपन्नम् ।गुहेन सार्धं त्वरितो जगाम पुनर्निवेश्यैव चमूं महात्मा ॥ १५ ॥

Segmented

स चित्रकूटे तु गिरौ निशाम्य राम-आश्रमम् पुण्य-जन-उपपन्नम् गुहेन सार्धम् त्वरितो जगाम पुनः निवेश्य एव चमूम् महात्मा

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
चित्रकूटे चित्रकूट pos=n,g=m,c=7,n=s
तु तु pos=i
गिरौ गिरि pos=n,g=m,c=7,n=s
निशाम्य निशामय् pos=vi
राम राम pos=n,comp=y
आश्रमम् आश्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
पुण्य पुण्य pos=a,comp=y
जन जन pos=n,comp=y
उपपन्नम् उपपद् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
गुहेन गुह pos=n,g=m,c=3,n=s
सार्धम् सार्धम् pos=i
त्वरितो त्वर् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पुनः पुनर् pos=i
निवेश्य निवेशय् pos=vi
एव एव pos=i
चमूम् चमू pos=n,g=f,c=2,n=s
महात्मा महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s