Original

सा चित्रकूटे भरतेन सेना धर्मं पुरस्कृत्य विधूय दर्पम् ।प्रसादनार्थं रघुनन्दनस्य विरोचते नीतिमता प्रणीता ॥ १७ ॥

Segmented

सा चित्रकूटे भरतेन सेना धर्मम् पुरस्कृत्य विधूय दर्पम् प्रसादन-अर्थम् रघुनन्दनस्य विरोचते नीतिमता प्रणीता

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
चित्रकूटे चित्रकूट pos=n,g=m,c=7,n=s
भरतेन भरत pos=n,g=m,c=3,n=s
सेना सेना pos=n,g=f,c=1,n=s
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
पुरस्कृत्य पुरस्कृ pos=vi
विधूय विधू pos=vi
दर्पम् दर्प pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रसादन प्रसादन pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
रघुनन्दनस्य रघुनन्दन pos=n,g=m,c=6,n=s
विरोचते विरुच् pos=v,p=3,n=s,l=lat
नीतिमता नीतिमत् pos=a,g=m,c=3,n=s
प्रणीता प्रणी pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part